Wednesday, October 3, 2018 - 19:17

देवास, 19 मार्च 2018/ स्वास्थ्य विभाग द्वारा जिले में आम नागरिकों को स्वास्थ्य सेवाएं सहज उपलब्ध कराने के लिए निरंतर प्रयासरत रहता है। जिसमें सभी के समन्वित प्रयास से सकारात्मक परिणाम भी मिल रहे हैं। विभाग द्वारा सभी के प्रयास से आमजन को बेहतर स्वास्थ्य सुविधा प्रदान कर रहे हैं। उक्त बातें मुख्‍य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ- एसके सरल ने आज प्रेसवार्ता में पत्रकारों से कही।
सीएमएचओ डॉ. सरल ने बताया कि देवास जिले मेंa मातृ मृत्यु दर, शिशु मृत्यु दर एवं सकल प्रजनन दर को कम करने हेतु मातृ एवं शिशु स्वास्थ्य कार्यक्रम, जननी शिशु स्वास्थ्य कार्यक्रम, परिवार कल्याण एवं अन्य जन स्वास्थ्य कल्याणकारी योजनाओं के सफल क्रियान्वयन हेतु निरंतर समर्पित सेवा दे रहा है।
अस्पताल का हो रहा है कायाकल्प
कलेक्टर आशीष सिंह के निर्देशन में चिकित्सालय ksa में गुणवत्तापूर्ण संसाधन की उपलब्धता व कायाकल्प के माध्यम से अधोसंरचना में निरंतर सुधार एवं सुदृढ़ीकरण का कार्य किया जा रहा है ! जिले में शिशु स्वास्थ्य, किशोर स्वास्थ्य, गर्भावस्था प्रसव व प्रसवत्तर सेवाओं को प्रोटोकॉल के अनुरूप गुणवत्तापूर्ण प्रदाय करने का निरंतर प्रयास किया जा रहा है। उपरोक्त्‍ स्वास्थ्य सेवाओं के सफल्‍ क्रियान्वयन परिणाम स्वरुप देवास जिले में उल्लेखित सफलता प्राप्त की जा रही है।
सकारात्मक आ रहे हैं परिणाम
सीएमएचओ ने बताया कि मातृ मृत्यु दर 176 है जो मध्यप्रदेश के सूचकांक 227 एवं भारत सूचकांक 178 से कम है। शिशु मृत्यु दर 54 gS जो मध्यप्रदेश के सूचकांक 62 से कम है। सीएमएचओ ने बताया कि सकल प्रजनन दर 2.6 है, जो मध्यप्रदेश के सूचकांक 3 से कम एवं भारत सूचकांक 2.6 के समान है। इससे हम आप सभी के समन्वित व सकरात्मक स्वास्थ्य सेवाओं के क्षेत्र में किए गए निरंतर प्रयास की सफलता को ;g स्वास्थ्य सूचकांक प्रदर्शित करता है।
संक्रामक बीमारियों पर सभी के सहयोग से पाया नियंत्रण
सीएमएचओ ने बताया कि देवास जिले में संक्रामक बीमारियों पर भी हम सभी के समंवित निरंतर सहयोग से नियंत्रण पाया जा सका है। जिसके कारण जिले में कोई आपदा की स्थिति नहीं है। वर्ष 2016 में 479 मलेरिया के 16 डेंगू के पॉजिटिव मरीज पाए गए थे। इसकी निरंतर संख्या घटती हुई 2017 में 147 मलेरिया के, 01 डेंगू का पॉजिटिव मरीज पाया गया जिन्हें समय पर निदानात्मक उपचार fदया गया। वर्ष 2013 से चिकनगुनिया का कोई भी पॉजिटिव केस नहीं पाया गया।
जन स्वास्थ्य हितग्राही मूलक योजनाओं का सफल क्रियान्वयन
सीएमएचओ ने बताया कि राज्य बीमारी सहायता निधि में विभिन्न चिन्हित गंभीर बीमारियों के वर्ष 2009 से फरवरी 2018 तक कुल 10189 मरीजों को 11 करोड़ 80 लाख 8 हजार 612 रुपए की चिन्हित अस्पतालों में उपचार हेतु सहायता प्रदान की गई। वर्ष 2018 में कुल 336 गंभीर मरीजों को इस योजना के अंतर्गत 03 करोड़ 57 लाख 63 हजार 299 रुप. की उपचार हेतु सहायता प्रदान की गई। इसीप्रकार राष्ट्रीय बाल स्वास्थ्य कार्यक्रम के अंतर्गत वर्ष 2018 में 64 बाल हृदय रोगियों को चिन्हित अस्पतालों में उपचार हेतु 67,98,000 रुपए न्यूरल ट्यूब डिफेक्ट 5 बच्चों के उपचार हेतु 1,25,000 रुपए जन्मजात मोतियाबिंद के 01 बच्चे के ऑपरेशन हेतु 18,000 रुपए जन्मजात गूंगे-बहरे 17 बच्चों के उपचार हेतु 88,40,000 रुपएs कान बहने की बीमारी के रोगी 205 बच्चों को उपचार हेतु 3,400 रुपए, हियरिंग एंपावरमेंट हेतु 38 बच्चों को 3,80,000 रुपए, जन्मजात भेंगापन 6 बच्चों के चिन्हित अस्पताल में उपचार हेतु 51,000 रुपए इस प्रकार कुल 1,62,85,312 रुपए की सहायता राशि प्रदान की गई। इसके अतिरिक्त 50 क्लब फुट क्लेफ्ट लिप एंड पैलेट वाले 22 बच्चों का भी सफल ऑपरेशन व उपचार कराया गया। यह सभी बच्चे उपचार के बाद पूर्णता स्वस्थ है। खुशहाल है एवं उनके परिवार में बच्चों को पूर्णता स्वस्थ देखकर अपार खुशियां है।
सभी स्वास्थ् संस्थाओं में गुणवत्तापूर्ण नि:शुल्क स्वास्थ्य सेवाएं
सीएमएचओ ने बताया कि शासकीय चिकित्सालय में निशुल्क जांच, उपचार, दवाइयां, संजीवनी वाहन 108 जननी एक्सप्रेस वाहन, भर्ती मरीजों को भोजन, प्रसव पूर्व एवं प्रश्नोत्तर कार्य चौबीसों घंटे की चिकित्सा सेवाओं की सुविधा दी जा रही है। जिला चिकित्सालय में 300 सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में 107 प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र में 71 उप स्वास्थ्य केंद्र में 24 तथा ग्राम आरोग्य vkjksX; केंद्रों में 16 प्रकार की निर्धारित दवाइयां तथा जिला चिकित्सालय में 48 सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में 28 प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र 16 उप स्वास्थ्य केंद्र तथा ग्राम आरोग्य केंद्र में पांच प्रकार की निशुल्क पैथोलॉजी जांच की सुविधाएं निरंतर दी जा रही हैं। जिला चिकित्सालय में एक्सरे सोनोग्राफी के साथसाथ सोनकच्छ, बागली, कन्नोद, खातेगांव, बरोठा में एक्सरे सुविधा उपलब्ध करा दी गई है। जिला चिकित्सालय देवास में सिजेरियन प्रसव ब्लड स्टोरेज की व्यवस्था के साथ-साथ बागली में भी सिजेरियन प्रसव, ब्लड स्टोरेज की सुविधा उपलब्ध है। सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र से लेकर प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र व जिला चिकित्सालय में आयरन सुक्रोज जो रक्त अल्पता वाले मरीजों के उपचार के लिए सुविधाएं निरंतर उपलब्ध है।
आम नागरिकों में विश्वसनीयता बढ़ी
सीएमएचओ ने बताया कि जिला चिकित्सालय से लेकर ग्राम आरोग्य केंद्र मैं अभी तक आउटडोर तथा इंडोर चिकित्सा सेवाओं के प्रति आम नागरिकों में विश्वसनीयता बड़ी है। इसके परिणाम स्वरुप वर्ष 2013-14 में 503917 बाह्य रोगियों ने सेवा ली। वर्ष 2017 जो बढ़कर 2017-18 में माह फरवरी तक 881775 बाह्य रोगियों ने सेवाएं ली। वर्ष 2013-14 में 53541 आंतरिक रोगियों ने सेवाएं ली। वर्ष 2017-18 फरवरी में बढ़कर 152335 आंतरिक रोगियों ने सेवा ली। जो आम नागरिकों में शासकीय चिकित्सा सेवाओं के प्रति बढ़ता हुआ विश्वसनीयता का प्रतीक है।
नवाचार के तहत कीमोथैरेपी, डायलिसिस तथा अन्य यूनिट हो रही है संचालित
सीएमएचओ ने बताया कि मध्यप्रदेश शासन द्वारा प्रदेश में नवाचार के रूप में चलाई जा रही कीमोथैरेपी, डायलिसिस, एसएनसीयू, आईसीयू, मन कक्ष सेवा, स्वास्थ्य संवाद केंद्र के माध्यम से देवास में दी जाने वाली उत्कृष्ट सेवाओं की अंतर्राष्ट्रीय, राष्ट्रीय तथा राज्य स्तर पर प्रशंसा की जाती है। उन्होंने बताया कि डायलिसिस जिला चिकित्सालय देवास में 19 फरवरी 2016 ls izkjaHk dj अभी तक कुल 4574 किडनी रोगियों की डायलिसिस की गई। जिसमें से 2017-18 में 2029 लोगों की डायलिसिस हुई है। एसएनसीयू में कुल 7046 तथा आईसीयू में वर्ष 2017-18 में कुल 486 का इलाज किया गया। उन्होंने बताया कि मन कक्ष मई 2017 में स्थापित के माध्यम से कुल 5316 मानसिक रोगियों ने उपचार का लाभ दिया। जिसमें 2017-18 में 3358 मानसिक रोगियों न इसका लाभ उठाया। कैंसर के 261 मरीजों को निशुल्क दवाइयों के साथ-साथ कीमोथैरेपी का लाभ निशुल्क लाभ मिला है।
सुझाव लेते रहते हैं
पत्रकार वार्ता में बताया गया कि स्वास्थ विभाग जिला देवास संपूर्ण स्वास्थ्य सबके लिए व आम नागरिकों को सहज चिकित्सा, स्वास्थ्य सेवाएं तथा जन स्वास्थ्य कल्याणकारी योजनाओं का लाभ मिल सके। इस हेतु कृतसंकल्पित होकर निरंतर प्रयासरत है। आम नागरिक, जनप्रतिनिधि तथा मीडिया प्रतिनिधिगण के समय-समय पर प्राप्त सुझावों के ऊपर त्वरित सकरात्मक कार्यवाही की जा कर व्यवस्था को नियंत्रण सुदृढीकरण करने का प्रयास किया जाता रहा है। भविष्य में भी आप सभी से इसी प्रकार के सक्रिय सहयोग सहभागिता एवं सुझाव की अपेक्षा की जाएगी।

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