राँची 02 फरवरी 2018 झारखंड /आदिवासियों के शोषण एवं संविधानिक अधिकारों के संबंध में आज 02 फरवरी को होटल गंगा आश्रम राँची में जय आदिवासी युवा शाक्ति (जयस), ट्राइबल ड्रीम द्वारा प्रेस वार्ता का आयोजन किया गया । जिसमें जयस के झारखंड प्रभारी संजय पाहन ने कहा कि एक सोची समझी साजिश के तहत आदिवासी जनजाति समाज के संवैधानिक अधिकारों और प्राप्त आरक्षण में हिस्सेदारी देकर कुर्मी, तेली समाज को जानजातिय आदिवासी समाज को विलुप्त करने और हमारे जल जंगल जमीन, नौकरी,सांसद, विधायक मुख्या आदि को हड़पने की कोशिश की जा रही है , विगत दिनों कुरमी समाज ने अनुसूचित जाति में शामिल होने को लेकर आयोजित रैली में शामिल भाजप
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बैतूल 01फरवरी 2018 म.प्र. / ग्रामसभा बोरीकास ने संघ प्रमुख मोहन भागवत का बैतुल आगमन पर आपत्ति जताई।
आदिवासी बाहुल्य जिला बैतूल के ग्राम बोरीकास में ग्रामवासियों से जानकारी प्राप्त हुई है कि दिनांक 02/02/2018 को आरएसएस प्रमुख मोहन भागवत का बैतूल आगमन हो रहा है। जिसमें संविधान की 5 वी अनुसूची 244(1) व 244 (2) के तहत आदिवासी बाहुल्य जिला बैतूल आता है। जिसमें कोई भी सामाजिक संगठन के कार्यक्रम में बाहर का व्यक्ति आता है, तो उस ग्रामसभा एवं स्थानीय आदिवासी संगठनों की अनुमति लिए बगैर प्रवेश नही किया जा सकता है,जो कि संविधान का उल्लघन है।
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भोपाल 30 जनवरी 2018 / प्रदेश की राजधानी में आदिवासी छात्र संगठन म.प्र. ने भोपाल जिले की समस्याएं VIP रेस्ट हाऊस भोपाल में सुश्री अनुसूईया उइके जी (पूर्व राज्यसभा सांसद ) उपाध्यक्ष राष्ट्रीय अनुसूचित जनजाति आयोग भारत सरकार नई दिल्ली के समक्ष रखी ।
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भोपाल (रामू टेकाम की रिपोर्ट) 30/01/2018 ।। मध्यप्रदेश सरकार आदिवासियों के लिए योजना तो शुरू करती है, लेकिन नाम मात्र आदिवासी बच्चों के लिए प्रलोभन साबित हो जाती है। उन योजनाओं के डाटा केवल कागजों पर ही चलाये जाते है। म.प्र. सरकार ने आदिवासी बच्चों कि श्रेष्ठ शिक्षा के लिए गुरुकुलम की शुरुआत की लेकिन गुरूकुलम आवासीय परिसर में सरकार का ध्यान नहीं है ।
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बुरहानपुर म.प्र.29/01/2018 ।। मजबुरी, गरीबी के मारे आदिवासियों के बैरोजगारों को बीते 10 वर्षों से अच्छा वेतन और स्थाई नौकरी देने का झांसा देकर आदिवासियों का शोषण करने वाले दरिंदे को महाराष्ट्र पुलिस ने गिरफ्तार किया है। गिरफ्तारी में बुरहानपुर के आदिवासी युवाओं ने अहम भूमिका निभाई।
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बागली म.प्र. 28/01/2018 ।। रविवार के दिन बागली मुख्यालय पर आदिवासी संगठन जयस के तत्वाधान में आदिवासियों पर लगातार हो रहे अत्याचार और शोषण के विरोध में सरकार के खिलाफ एक बड़ा प्रदर्शन किया गया। जिसमें बड़ी संख्या में आदिवासी महिला पुरुष युवक-युवतियां शामिल हुए।
बागली मुख्यालय पर पहली बार देखने को मिला इस अंदाज में बड़ा प्रदर्शन ।
आयोजन को लेकर चप्पे-चप्पे पर तैनात किया पुलिस बल ।
चार थाना प्रभारी सहीत एस डि ओ पी रहै मौजूद ।
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बागली (देवास) म.प्र.23/01/2018 । बागली संकुल से मात्र 6-7 किमी दुरी पर सेवन्या खुर्द हाई स्कूल में शिक्षकों की कमी से शिक्षा से वंचित हो रहे बच्चे।
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बस्तर छत्तीसगढ़ 22/01/2018 । देश मे मीडिया भी सामाज विशेष पर केन्द्रीत हो कर रह गया है। देश के मीडिया में आदिवासी पत्रकारों की स्थिति और उपस्थिति के बारे में तो आप जानते ही होंगे लेकिन छत्तीसगढ़ जैसा प्रदेश जिसका करीब 60 प्रतिशत क्षेत्र आदिवासी बाहुल्य है। वहां भी बहुसंख्यक होने के बाद भी पत्रकारिता में आदिवासी पत्रकारों की संख्या दो प्रतिशत भी नहीं है। प्रदेश के बड़े मीडिया संस्थानों की पत्रकारिता आदिवासी विहीन है। अभी कुछ वर्षों से ही आदिवासी युवक पत्रकारिता और लेखन के क्षेत्र में आगे आ रहे हैं लेकिन वे भी सरकारी साज़िश और हमलों के शिकार हो रहे हैं।
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देश के मध्य भारत के छतीसगढ़ इलाका इन दिनों हाथियाें की कहर से दहल उठा है! यह सिलसिला तकरीबन कई अरसाें से छतीसगढ़ प्रांत के अलग अलग हिस्सों में हाथियाें की दहशत से क्षेत्र थर्रा उठा है!
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गाेंडवाना छतीसगढ़ न्यूज (वेव )देश के भीतर ऐसा मानवीय हद काे लांघ कर फिलहाल किसी भी समुदाय के साथ महिला को ढेर कर जिसके लाश काे अमानवीय तरीके से ढाे कर सरकार की गृह प्रशासन वाहवाही लूटे ! बहरहाल किसी कंट्री में ऐसा बीभत्स घटना प्रकाश में कम ही देखने काे नहीं मिलता है! पर भारत देश के मध्य का वह हल्का है छतीसगढ़ प्रांत बस्तर आदिवासी बाहुल्य इलाका जहाँ विगत कुछ वर्षाे पूर्व यह घटना काे कुल मिलाकर कर सारा देश देखा था ! पर मानवाधिकार के आलाधिकारी भी सनन रह गये थे!