By Reporter, GONDWANA CHHATTISGARH NEWS
लखनपुर
एक तरफ विश्वव्यापी कोरोना वायरस का कहर,दूसरी तरफ अस्पतालों में दवा नहीं होने जैसे बात से मरीज असमंजस में हैं। इन दिनो स्थानीय चिकित्सकों द्वारा मेडिकल दुकानों से दवा लाने की बात फिलहाल गले में नही उतर रही है। वहीं स्थानीय महिला चिकित्सक के द्वारा मरीजों को पर्ची थमा कर दुकानों से दवाईयों को लाने की बात से मरीजों में फिलहाल नाराजगी देखी जा रही है। बहरहाल इस बात को लेकरअस्पताल प्रबंधन पर सवालिया निशान लगने लगा है। मसलन इन दिनों लाकडाउन जैसे विषम परिस्थिति से लोग जूझ रहे हैं। वहीं स्थानीय स्वास्थ्य केंद्र लखनपुर में प्रसव कराने आए महिलाओं के परिजनों द्वारा मीडिया कर्मियों को पर्ची दिखाते साफ एवं स्पष्ट लफ्जों में बताया गया कि लखनपुर सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में दवाई होने के बावजूद भी बाहर से दवाई लाने के लिये मजबूर किया जा रहा है। स्थानीय अस्पताल के डॉक्टरो द्वारा बाहर मेडिकल दुकानों से दवाई लाने के लिये बकायदा पर्ची देते हैं । जिसे ऊंचे कीमतों में खरीदने के लिये मरीजों को विवश किया जा रहा है । सूत्रों का कहना है कि गरीब मरीजों को बाहर से दवा लाने में काफी हद तक तकलीफ हो रहा है । ऐसी हालत को देखते हुए अशंका है कि कमीशन खोरी का खुला खुल्लम खेल चलता होगा । गौरतलब चिकित्सक और लगता है कि दुकानदारों के बीच कहीं न कहीं आपसी तालमेल होगा । वही महंगे दामों में दवाइयों को खरीदने जैसे बात एक गंभीर विषय हैं। वहीं मरीजों का कहना कि अस्पताल में दवा होने के बावजूद डॉक्टरों द्वारा बाहर से दवाई मंगवाया जाता है।जो साफ तौर पर कमीशन खोरी से जोड़कर देखा जा रहा है। सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में दूर दराज के ग्रामीण अंचलो से लोग इलाज कराने वाले गरीब लोगों को वक्त ए हालात का दोहरा मार झेलना पड़ रहा है ।"स्थानीय सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में ग्रामीण अंचल से आए प्रसूता पति बोधन राम व शिवचंद निवासी ग्राम कटिंनदा पर्ची में लिखें।जिसके बाद दवा लेने अस्पताल परिसर के दवा वितरण कक्ष में पहुंचे। तो अस्पताल कर्मियों ने कहा पर्ची में लिखी दवाई बाहर मेडिकल दुकान से लाना होगा।वहींं स्थानीय मीडिया कर्मियों के हस्तक्षेप के बाद बाहर की दवाई दुकान से खरीदी की गई दवाइयों को वापस कराते हुए । अस्पताल से मिली दवाइयां को परिजनों को दिया गया ।और इस सम्बंध में स्थानीय बीएमओ डॉ पी केरकेट्टा से चर्चा करने पर उन्होंने कहा । कि कारण बताओ नोटिस जारी कर जवाब मांगा जाएगा। साथ ही सभी डॉक्टरों को बाहर से दवाई पर्ची नही लिखने की निर्देश एवं समझाइश दी गई।